उत्तर प्रदेशबुलन्दशहर

कलयुग में भागवत साक्षात श्रीहरि का रूप : कथावाचक अजय शास्त्री

गौरव शर्मा कंट्रोल इंडिया ब्यूरो गुलावठी बुलंदशहर

नगर के मोहल्ला रामनगर करनपुरी में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ कथा के तीसरे दिन रविवार को वृंदावन से पधारे अजय शास्त्री ने कहा कि कलयुग में भागवत साक्षात श्रीहरि का रूप है। पावन हृदय से इसका स्मरण करने पर करोड़ों पुण्यों का फल प्राप्त होता है। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति में ही शक्ति है। यदि भक्ति करनी है तो ध्रुव और प्रह्लाद जैसी करनी चाहिए। भगवान ने प्रहलाद की रक्षा के लिए अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया था। यदि भक्ति सच्ची हो तो ईश्वरीय शक्ति अवश्य सहायता करती है। महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने रोज कई पाप होते हैं। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एकमात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का भी आह्वान किया। उन्होंने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल सकती है। व्यास जी ने बताया रविवार को भागवत कथा के दौरान कपिल चरित्र, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, नृसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर भी प्रकाश डाला। महाराज ने कहा कि भगवान के नाममात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। इस मौके पर यजमान रविन्द्र अहलावत, ब्रजकिशोर कौशिक, सचिन कोरी, प्रमोद कोरी, राजू कोरी, पप्पन कोरी, नमन शर्मा, कुलदीप कोरी, कुलभूषण शर्मा, राजेश कौशिक, जीत सिंह, के के शर्मा, कक्कू शर्मा, प्रमोद तोमर, रामदेव शर्मा, मनोज गिरी, राजू कोरी, पप्पन कोरी, एडवोकेट मुकेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

Share this post to -

Related Articles

Back to top button