प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति निराशाजनक, शिक्षक अभिभावकों से संवाद कर सुधारें उपस्थिति-जिलाधिकारी
मनोज कुमार शर्मा कंट्रोल इंडिया ब्यूरो मैनपुरी

*प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाओं के साथ छात्रों को मिले फ्रेंडली वातावरण, शैक्षिक वातावरण में भी दिखे सुधार-अंजनी कुमार।*
मैनपुरी जिला अधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, मध्यान्ह भोजन, जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की समीक्षा के दौरान विद्यालयों की जांच हेतु नामित अधिकारियों से कहा की प्रतिमाह अपने-अपने विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाओं की उपलब्धता के साथ-साथ शैक्षिक वातावरण में सुधार लाने की दिशा में कार्य करें, पंजीकृत सभी बच्चे प्रतिदिन विद्यालय में आयें, ऐसे बच्चे जो अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं, उनके अभिभावकों से वार्ता कर बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष उपस्थिति काफी निराशाजनक है, विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति में भी काफी गैप है, विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति में बढ़ोत्तरी करने, शिक्षकों की समय से उपस्थिति सुरश्चित कराने के लिए खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा कोई रुचि नहीं ली जा रही है, खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा मानक के अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण भी नहीं किया जा रहा है, जिस पर उन्होंने खंड शिक्षाधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण में सुधार दिखे, शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को संस्तुति करें, अगले माह तक विद्यालयों में छात्रों, शिक्षकों की समय से उपस्थिति में सुधर न हुआ तो संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों का उत्तरदायित्व तयकर कार्यवाही की जाएगी।
श्री सिंह ने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी कम से कम 05-05 विद्यालयों का प्रेरणा एप के माध्यम से निरीक्षण करें, खंड विकास अधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्र के विद्यालयों का नियमित रूप से निरीक्षण कर शैक्षिक वातावरण सुधारने की दिशा में कार्य करें, सभी विद्यालय ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 19 पैरामीटर्स से संतृप्त रहंे, विद्यालयों में पीने के पानी, बालक-बालिका हेतु प्रथक-प्रथक यूरिनल, शौचालय, शौचालय में रनिंग वाटर, मल्टीपल हैंडवॉश, कक्षों में टाइलीकरण, रैंप को वरीयता में रखा जाए, विद्यालय में कंपोजिट ग्रांट, 15-वें वित्त की धनराशि, संभ्रांत व्यक्तियों के सहयोग से फर्नीचर की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष अभी 12959 छात्रों के आधार कार्ड न होने के कारण उन्हें ड्रेस-जूता-मौजा के लिए उपलब्ध करायी जाने वाली धनराशि उनके खातों में प्रेषित नहीं हो रही है, अधिकांश छात्रों के पास जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं, जिस पर उन्होंने खंड विकास अधिकारियों, उप जिलाधिकारियों से कहा कि प्राथमिकता पर जन्म प्रमाण पत्र जारी करायें ताकि छात्रों को योजना का लाभ मिल सके।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद के 27 विद्यालयों में विद्युतीकरण हेतु 31 मार्च 24 को धनराशि विद्युत विभाग को प्रेषित की जा चुकी है लेकिन अभी तक मात्र 17 विद्यालयोें में विद्युतीकरण का कार्य हुआ है, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिशासी अभियंता विद्युत को आदेशित करते हुए कहा कि अगले माह की बैठक से पूर्व शेष 10 विद्यालयों में विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण करायें अन्यथा दंडात्मक कार्यवाही होगी। उन्होने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से कहा कि बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित कराया जाये, जो शिक्षक अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतें उन्हें दंडित भी किया जाये, प्रत्येक दशा में जनपद के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आये इसके लिए सभी लोग सम्मलित प्रयास करें।
मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि दि. 29, 30 नवम्बर को आयोजित होने वाली नेट परीक्षा, निपुण असिसमेंट में छात्र बेहतर प्रदर्शन करें ताकि जनपद की रैंक में सुधार हो। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों के बच्चे बेहतर प्रदर्शन न करें, उन विद्यालयों के शिक्षकों के विरुद्ध प्राप्त रैंक को आधार मानते हुए कार्यवाही की जाए। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, सभी विद्यालयों में निर्धारित मीनू के अनुसार छात्रों को दोपहर का खाना, निर्धारित तिथि को फल, दूध उपलब्ध कराए जाएं। बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, प्राचार्य डायट, जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी, जिला समन्वयक आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने किया।