आखिर किस का संरक्षण जो नही दिखता अधिकारियों को सरकारी शराब की दुकानों पर ओवर रेट
कंट्रोल इंडिया विशाल तोमर

योगी सरकार की जीरो टोलरेंस की नीति को अंगूठा दिखा गढ़ी चौखंती कम्पोजिट नो 0 2 का शराब ठेकेदार
चंद सिक्को की खनक के कारण हो रहा निरंतर आबकारी अधिनियम का उल्लंघन
नोएडा
गौतमबुद्ध नगर मैं बडी असमंजश का साए मैं आबकारी विभाग को घेरा हुए है अभी हाल मैं आबकारी निरीक्षको ने ओवर रेट व सरकारी ठेको पर चल रही अनिमितताओं को देखते हुए आबकारी आयुक्त द्वारा विशेष परिवर्तन अभियान सम्पूर्ण प्रदेश मे चलाया गया था ।जिसके तहत विभाग द्वारा निरतंर कार्यवाही भी की गयी थी। लेकिन स्थिति वही पुरानी वाली दिख रही है नोएडा की अधिकांश दुकानो पर आबकारी अधिनियमो का खुले आम उल्लंघन किया जा रहा है कमाल इस बात का है कि जिम्मेदार हुए मौन तो कार्यवाही करे कौन यही आलम यह है कि सम्पूर्ण जिले मे देखने को मिल रहा है। अधिकांश दुकानो पर नाईट बिक्री की जा रही है । 150 से 250 रुपए के अतिरिक्त शुल्क मैं रात्री मैं किसी भी समय शराब उपलब्ध हो जाती है। ऐसा ही मामला गढ़ी चौखंती स्थित कॉम्पोजिट शॉप नो0 2 ठेकेदार विवेक त्यागी ओवर रेट पर शराब की बिक्री की जा रही है । अगर कोई विक्रेता विरोध करता है तो उससे शराब नही दी जाती है । विरोध ज्यादा बढ़ता है तो फिर पैसे वापस कर दिए जाते है लेकिन कुछ लोग ही होते है जो इन विक्रेताओं से पैसे वापस निकाल पाते है। वायरल वीडियो मैं शिकायत कर्ता ने तुबोर्ग की कैन खरीदी गई जिसका मूल्य 140 निर्धारित है लेकिन विक्रेता द्वारा 150 की बिक्री की जा रही है । जिसमे क्रेता कहता है कि भैया ये तो 140 की है । लेकिन पैसे 150 कराए है वो भी मशीन पर कराए गए। लेकिन बडी बात यह है कि अनुज्ञापी व विक्रेता का गठजोड़ इतना मजबूत है कि ना तो रेट लिस्ट ना ही आबकारी निरीक्षक का संपर्क सूत्र लिखा हुआ है क्योंकि अगर नंबर लिखा देते है तो कोई भी शिकायत कर्ता आसानी से शिकायत कर सकता है। इसी कारण विक्रेताओं द्वारा अधिकांश दुकानो पर आबकारी विभाग के अधिकारियों का नंबर छुपा दिया जाता है। जिससे कि कोई शिकायत नही कर सके लेकिन डिजिटल युग मे बड़ी समस्या बन गयी है अब क्रेता ही डिजीटल मीडिया से वायरल कर देते है। और भ्र्ष्टाचार मैं लिप्त ऐसे शराब ठेकेदारों की पोल खुल जाती है ।
आखिर किसके संरक्षण मैं चल रहा है ओवर रेट जनपद मैं
अगर हम जमीनी हकीकत की बात करे तो कही ना कही संबंधित आबकारी निरीक्षक कार्यवाही करने मे सछ्म नही है । क्योंकि आबकारी अधिनियम अपनी जगह और नौकरी अपनी जगह बात तो उचित है लेकिन क्योंकि यह बात हम इसलिए कह रहे है क्योंकि जनपद की स्थिति ही कुछ एसी बनी हुई है आबकारी विभाग पर अनुज्ञापियो का दवाव कुछ इस कदर बडा हुआ है कि आबकारी निरीक्षको को कभी कभी नौकरी बचानी भारी पड़ जाती है। ऐसा ही वाक्य विगत दिनों पर ग्रेटर नोएडा स्थित एक दुकान पर आबकारी निरीक्षक द्वारा ओवर रेट को लेकर कार्यवाही की गयी तो विक्रेताओ ने एक राह होकर आबकारी निरीक्षक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिसमे जिला अधिकारी कार्यालय पर निरीक्षक को निलंबित कराने के लिए धरना दे दिया। जबकि सिर्फ एक आरोप के आधार पर एक राह होकर विक्रेताओ ने धरना दिया था। कारण सिर्फ यह था कि ओवर रेट व नाईट बिक्री की शिकायतें ज्यादा बढ़ रही थी।आबकारी निरीक्षक ने तो आबकारी अधिनियमो के उल्लंघन के अनुसार ही कार्यवाही करी लेकिन सिर्फ इस दवाब के कारण ही निरीक्षको ने अनुज्ञापियो पर कार्यवाही ना करके समर्थन दिया जा रहा है
वायरल वीडियो पर आखिर क्या होगी कार्यवाही या ठंडे बस्ते मैं डाल दी जाएगी शिकायत
जनपद गौतमबुद्धनगर मैं इस समय हर दूसरे दिन कोई ना कोई सोसल मीडिया के माध्यम से #OVERRATE व #NIGHT बिक्री की शिकायत की जा रही है लेकिन आबकारी विभाग मामले को गंभीरता से नही ले रहा है उसका कारण सिर्फ ये है कि कही ना कही अनुज्ञापियो का दबदबा जनपद मैं बुलंद है जिसके कारण अनुज्ञापियो द्वारा खुले आम आबकारी अधिनियमो का उल्लंघन किया जा रहा है अधिक कीमत पर शराब बेकी जा रही है डबल रेट मैं रात्रि मैं शराब की कालाबाजारी की जा रही है ऐसा ही मामला गढ़ी चौखंती नंबर 2 स्थित कम्पोजिट शॉप अनुज्ञापी विवेक त्यागी की दुकान पर देखने को मिल रहा है। जहां पर विक्रेता द्वारा ओवर रेट मैं शराब बेकी जा रही है। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल है लेकिन आबकारी विभाग द्वारा मामले को ढीले बस्ते मैं दाल दिया गया जिसके कारण निरीक्षक कार्यवाही ना करके संरक्षण दे रहे है। जिसके कारण जिले मे ठेके संचालको का दबदबा कुछ इस प्रकार है कि अधिकांश दुकानो पर ओवर रेट व नाईट बिक्री की समस्या बहुत बडी है क्योंकि कही ना कही ठेके बंद होने के बाद बिकने वाली शराब अवैध शराब के दायरे मैं आती है जबकि आबकारी विभाग निरंतर कार्यवाही भी कर रहा है लेकिन आखिर क्यों इन शराब की दुकानों व अनुज्ञापियो पर कार्यवाही नही हो रही है जो अवैध शराब के व्यापार में लिप्त हैं और खुलेआम ओवर रेट कर रहे हैं सूत्रों की माने तो कहीं ना कहीं विभाग को पूरा खेल संज्ञान में है इसी कारण आबकारी विभाग कार्यवाही न करके संरक्षण दे रहा है