आरोप प्रत्यारोप के बीच मैं फसा आबकारी विभाग अगर जांच हो तो पता चले कौन है सच्चा कौन झूठा
कंट्रोल इंडिया विशाल तोमर

ग्रेटर नोएडा मॉडल शॉप पर चल रही थी ओवर रेटिंग निरीक्षक ने की कार्यवाही लेकिन दुकान पर नही विक्रेता को दिया दण्ड
एक्साइज पॉलिसी के अनुसार आर्थिक दंड का प्रावधान लेकिन दे दिया शारीरिक दण्ड
कंट्रोल इंडिया विशाल तोमर
जनपद गौतम बुध नगर में आए दिन कोई ना कोई समस्या बनी ही रहती है और जिला अधिकारी कार्यालय किसी न किसी वजह से धरना चलता ही रहता है धरना प्रदर्शन से कामकाज में भी रुकावट आती है ऐसा ही एक धरना प्रदर्शन जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय पर देखने को मिला आपको बताते चले कि जनपद के आबकारी विभाग में निरंतर शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए विभिन्न ठेके पर सेल्स परचेस लगातार किया जा रहा था जिससे कि ओवर रेट व नाईट बिक्री की शिकायतों में गिरावट आ सके लेकिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है वीडियो में ग्रेटर नोएडा जगत फार्म स्थित एक मॉडल शॉप पर कार्यरत विक्रेता मनीष की एक वीडियो वायरल हुई
जिसमें उसके द्वारा आबकारी निरीक्षक क्षेत्र पांच चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ आरोप लगाया गए है कि आबकारी निरीक्षक ने ओवर रेट की शिकायत को लेकर मेरे साथ में बुरी तरह मारपीट की गई फिर मुझे ग्रेटर नोएडा स्थित डेल्टा ऑफिस में ले जाकर मुझे मारा पीटा गया जिससे कि सुबह से ही शराब विक्रेताओं में आक्रोश दिखाई पड़ रहा है लेकिन कहीं ना कहीं विभाग द्वारा इस कार्रवाई से सेल्समैनों में भय भी बैठ चुका है लेकिन अगर हम आबकारी अधिनियम की बात करते हैं तो विक्रेता द्वारा आबकारी अधिनियमों का उल्लंघन किया जा रहा था जिसका आर्थिक दंड का प्रावधान है लेकिन उसमें किसी भी प्रकार का शारीरिक दण्ड नहीं दिया जा सकता लेकिन यहां पर विक्रेता को लगाए गए आरोपों के अनुसार शारीरिक दंड दिया गया सूत्रों की माने तो घटना इस प्रकार थी की सुबह से कुछ लोग मॉडल शॉप की कैंटीन में बैठकर शराब पी रहे थे जो नशे में होने के कारण उन्होंने कुछ बियर मॉडल शॉप से खरीदी जिसमे विक्रेता से ओवर रेट लिया गया ओवर रेट की शिकायत को शिकायतकर्ता ने जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार को जानकारी दी इसके बाद आबकारी निरीक्षक तक शिकायत पहुंची फिर उन्होंने इस प्रकार की कार्रवाई की जिसका विक्रेता मनीष आबकारी निरीक्षक क्षेत्र पांच चंद्रशेखर सिंह के ऊपर आरोप लगा रहा है कि उन्होंने उसके साथ में मॉडल शॉप पर मारपीट की फिर डेल्टा स्थित कार्यालय में ले जाकर वहां भी बेरहमी से मारपीट की गई अगर हम धरातल की बात करें तो कहीं ना कहीं विक्रेता की कमी दिखाई दे रही है क्योंकि अगर विक्रेता ओवर रेट नहीं लेता तो यह विवाद भी नहीं होता लेकिन अगर हम यूपी एक्साइज मैनुअल की बात करते हैं तो पॉलिसी में किसी भी प्रकार का शारीरिक दंड देने का नियम नहीं है। सिर्फ आर्थिक दंड देने का प्रावधान है प्रावधान कुछ इस प्रकार है पहली बार पर पिचहत्तर हज़ार का जुर्माना दूसरी बार दुकान पर ओवर रेट होता है तो डेढ़ लाख का जुर्माना तीसरी बार पर दुकान पर निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाती है लेकिन कहीं ना कहीं विभाग की कमी इसमें दिखाई दी जिससे कि विभाग ने अनुज्ञापी को छोड़कर अपना गुस्सा सिर्फ एक सेल्समैन पर निकाल दिया जो कि गलत है
विभाग को अनुज्ञापी पर जुर्माना करना चाहिए आगे देखने की बात यह होगी कि क्या विभाग द्वारा निष्पक्ष जांच में मनीष द्वारा लगाए गए सभी आरोप सत्य पाए जाते हैं या सिर्फ ओवररेटिंग का जुर्माना बचाने के चक्कर में एक कहानी गड़ी गई थी जिसमें आबकारी निरीक्षक को बदनाम करने की साजिश रची गयी यह तो जांच के बाद ही पता पड़ेगा कि कौन सही है और कौन गलत