होली केवल रंगों का खेल नहीं बल्कि यह एक सामाजिक समरसता और प्रेम का पर्व : सुंदरपाल सिंह तेवतिया
गौरव शर्मा, कंट्रोल इंडिया ब्यूरो गुलावठी, बुलंदशहर

भाजपा से प्रदेश सहसंयोजक पंचायत राज व एडवोकेट सुंदर पाल सिंह तेवतिया ने बताया कि होली केवल रंगों का खेल नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक समरसता और प्रेम का पर्व है। इस दिन हमें अपनी सारी दुश्मनियाँ भूलकर, सभी से मिलकर खुशियाँ मनानी चाहिए। होली का त्योहार यह सिखाता है कि हमें जात-पात, धर्म और भेदभाव से ऊपर उठकर सभी के साथ प्रेम से पेश आना चाहिए।
हमारे हिंदू धर्म में होली का इतिहास भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह त्योहार राक्षस हिरण्यकश्यप और उसकी बहादुर बहन होलिका की कहानी से जुड़ा हुआ है। होलिका दहन की परंपरा हमें यह संदेश देती है कि बुराई का अंत अवश्य होता है और अच्छाई की हमेशा जीत होती है।
होली हमें जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मकता और रंग भरने का अवसर देती है। इस दिन हमें न केवल अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुशियाँ बांटनी चाहिए, बल्कि समाज में हर किसी के साथ मिलकर प्रेम और सौहार्द बढ़ाना चाहिए।