श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन धुंधकारी, गोकर्ण और आत्मदेव की कथा का वर्णन
गौरव शर्मा कंट्रोल इंडिया इंडिया

गुलावठी
नगर गुलावठी के मोहल्ला रामनगर करनपुरी में शुक्रवार को श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन वेदी पूजन के साथ कथा व्यास अजय शास्त्री ने धुंधकारी, गोकर्ण और आत्मदेव की कथा का संगीतमयी वर्णन किया। भागवत कथा सुन दर्शक भाव विभोर हो गए। कथा का शुभारंभ करते हुए अजय शास्त्री ने भक्तों को भागवत कथा का रसपान कराते हुए धुंधकारी व गोकर्ण कथा का वर्णन किया और कहा कि ऋषि ने नारद और भक्ति के पुत्रों को प्राचीन आत्मदेव की कथा से धुंधकारी को प्रेतयोनि से मुक्ति का साधन बताया। कहा कि श्रीमद् भागवत कथा पुराण का आयोजन प्राय: सभी लोगों के सहयोग से होता है। श्रीमद् भागवत कथा के छह अध्याय है, इसके मुख्य पात्र सूत, शौनक, आदि ऋषि, व्यास, नारद, शुकदेव, धुंधकारी व गोकर्ण है। कहा कि नारद जब पृथ्वी पर आते है तो जीवों की दशा देख दुखी हो जाते है तब यमुना के तट पर उन्हें एक स्त्री दिखाई देती है, पूछने पर पता चलता है कि वह भक्ति है। उसके साथ दो पुत्र भी मिलते है एक ज्ञान व दूसरा वैराग्य। भक्ति के आग्रह पर नारद दोनों पुत्रों को जगाते हैं। कलयुग में धर्म की स्थापना के लिए भक्ति, ज्ञान और वैराग्य को भागवत कथा का माहात्मय बताया गया है। धुंधकारी, गोकर्ण के साथ आत्मदेव की कथा सुन दर्शक भाव विभोर हो उठे और जय श्री कृष्ण के जयघोष से पंडाल गुंजायमान हो उठा। इस मौके पर यजमान रविन्द्र अहलावत, एडवोकेट मुकेश शर्मा, राहुल शर्मा, वैभव शर्मा, हर्ष गर्ग, कमल गर्ग, मनोज शर्मा, कपिल शर्मा, गगन गर्ग, सरल प्रजापति, आशीष शर्मा, जीत सिंह, नवनीत कंसल, डॉक्टर राहुल तोमर, रामवीर सिंह, बॉबी नरवाल, विक्की शर्मा, अमित शर्मा, बंटी शर्मा, रोहित शर्मा, तरुण भारद्वाज, अमित शर्मा,राजबाला शर्मा, उमा चौधरी, तारावती, राजवती आदि मौजूद रहे।